बाँध कर ! नित नई ऊँचाई से सफलता प्राप्त कर ! बाँध कर ! नित नई ऊँचाई से सफलता प्राप्त कर !
पर्वत के ह्रदय से निकलकर पीयूष सामानं सरल सहज बहती हूँ ! पर्वत के ह्रदय से निकलकर पीयूष सामानं सरल सहज बहती हूँ !
साथ ना होता पवन का तो ये प्राणवायु कहाँ से मिलती..? साथ ना होता पवन का तो ये प्राणवायु कहाँ से मिलती..?
ताप चढ़ा, कहीं ताप गिरा, प्रकोप सूखे का, कहीं क़हर बाढ़ का। ताप चढ़ा, कहीं ताप गिरा, प्रकोप सूखे का, कहीं क़हर बाढ़ का।
मैं नहीं हूँ रंगा सियार नहीं सीखा मैंने लोगों को धन की तराजू पर तौलना गिरिजन कहलाता हूँ मैं क... मैं नहीं हूँ रंगा सियार नहीं सीखा मैंने लोगों को धन की तराजू पर तौलना गिरिज...
किसने बनाया होगा ये जहान? किसने डाली हम में जान? काैन हैं वो महान? जिसने बनाया हैं आसमा... किसने बनाया होगा ये जहान? किसने डाली हम में जान? काैन हैं वो महान? ...